Sunday 3 July 2016

मुझे तो बस अपना , वतन चाहिए |

  कोई कहता है हमको,रतन चाहिए       
कोई कहता है हमको, धन चाहिए |

कोई कहता है हमको, कफ़न चाहिए
कोई कहता है हमको,वसन चाहिए |

कोई कहता है हमको,सनम चाहिए

कोई कहता है हमको,भजन चाहिए  |

कोई कहता है हमको,तपन चाहिए
कोई कहता है हमको,अमन चाहिए |

कोई कहता है हमको,दुर्जन  चाहिए
कोई कहता है हमको,सुजन  चाहिए |

पर मुझे तो बस अपना ,वतन चाहिए
खिलाता है आगे भी,खिलाता रहे जो |

ऐसा ही एक समूचा,चमन चाहिए
शहीदों की श्रद्धा में, झुक जाए जो सर |

ऐसे ही सिर का,नमन चाहिए,
मुझे तो बस अपना , वतन चाहिए 

By- कमल कुमार रेबारी

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